Categories
आज का चिंतन

ईश्वर सबसे महान और वैदिक ऋषि महान और संसार के आदर्श” ========

ओ३म् ========= इस संसार और पूरे ब्रह्माण्ड में सबसे महान कौन है? इसका उत्तर है कि इस संसार को बनाने व चलाने वाला जगदीश्वर सबसे अधिक महान पुरुष है। ईश्वर के बाद संसार में सबसे महान पुरूष व मनुष्यों के आदर्श कौन हैं, इसका उत्तर है वेदों के अनुयायी व अनुमागी सभी ऋषि महान और […]

Categories
आज का चिंतन

यज्ञ विषयक शंकाओं को दूर करने में उपयोगी पुस्तक ‘यज्ञ क्यों?’

ओ३म् ========== हमें हितकारी प्रकाशन समिति, हिण्डौन सिटी से कुछ पुस्तकें प्राप्त हुई हैं जिनमें से एक पुस्तक ‘यज्ञ क्यों?’ है। ‘यज्ञ क्यों?’ पुस्तक में नाम के साथ बताया गया है कि यह पुस्तक तर्क की कसौटी पर अग्निहोत्र को प्रस्तुत करती है। इस पुस्तक के लेखक हैं श्री गजानन्द आर्य, पूर्व प्रधान, परोपकारिणी सभा, […]

Categories
आज का चिंतन

भगवान कृष्ण ने की है कर्म योग की वैज्ञानिक और सटीक व्याख्या

पंकज जगन्नाथ जयस्वाल सनातन धर्म को गलत तरीके से प्रदर्शित करने के लिए ‘कर्म योग’ के बारे में बहुत सी भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं।  भ्रांतियों में से एक यह है कि व्यक्ति को केवल भगवान के प्रति समर्पण की आवश्यकता होती है और उसकी इच्छाएं किसी भी प्रकार के ‘कर्म’ (कार्य) किए बिना पूरी […]

Categories
आज का चिंतन

आर्यसाहित्य के प्रेमियों के लिए हर्षवर्धक समाचार- “वैदिक साहित्य के 9 महत्वपूर्ण ग्रन्थों का संग्रह कुशवाह-ग्रन्थावली खण्ड-2 प्रकाशित”

ओ३म् =========== आर्यसमाज ईश्वरीय ज्ञान वेद के प्रचार एवं प्रसार का आन्दोलन है। ऋषि दयानन्द ने लिखा है कि वेद सब सत्य विद्याओं का पुस्तक है। चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद,सामवेद एवं अथर्ववेद ईश्वरीय भाषा, जो संसार की आदि भाषा भी है, उस भाषा संस्कृत में हैं। वेदज्ञान मुनष्य को अन्धकार से निकाल कर ज्ञान से […]

Categories
आज का चिंतन

विलम्ब से विवाह वरदान या अभिशाप

शालिनी तिवारी विवाह की अवधारणा: वि+वाह; यानी विशेष उत्तरदायित्व का निर्वहन करना. सनातन धर्म में विवाह को सोलह संस्कारों में से एक अहम् संस्कार माना गया है. पाणिग्रहण संस्कार को ही हम आम बोलचाल की भाषा में विवाह संस्कार के नाम से जानते हैं. वैदिक मान्यताओं के अनुसार, व्यक्ति के समस्त कालखंडों को चार भागों […]

Categories
आज का चिंतन

◼️वेदज्ञान का प्रकाश कैसे हुआ?◼️

✍🏻 लेखक – पदवाक्यप्रमाणज्ञ पण्डित ब्रह्मदत्तजी जिज्ञासु प्रस्तुति – 🌺 ‘अवत्सार’ इसके दो ही प्रकार हो सकते हैं, कि या तो जगदीश्वर ने आदि मनुष्यों वा ऋषियों को आजकल की भाँति बैठकर पढ़ाया वा लिखकर दे दिया या लिखा दिया हो, यह सब एक ही प्रकार कहा जा सकता है और ईश्वर के शरीरधारी होने […]

Categories
आज का चिंतन

चार वेदों का काव्यार्थ कर रहे आर्यकवि वीरेन्द्र राजपूत जी की दो निजी कवितायें

चार वेदों पर काव्यार्थ लिख रहे आर्य वेद-कवि श्री वीरेन्द्र कुमार राजपूत, देहरादून की दो निजी कवितायें प्रस्तुत हैं। यह कवितायें उन्होंने कुछ अन्य कविताओं के साथ अपनी निजी डायरी में लिखी हुई हैं। वह हमसे प्यार करते हैं। इसी कारण उन्होंने हमें वह कवितायें दिखाईं व सुनाईं भी। हमें ये कवितायें अच्छी लगीं। अतः […]

Categories
आज का चिंतन

“स्वाध्याय का महत्व”

ओ३म् ========== मनुष्य जीवन और इतर प्राणियों के जीवन में सबसे महत्वपूर्ण अन्तर यह है कि मनुष्य अपनी बुद्धि की सहायता से विचार व चिन्तन सहित सत्यासत्य का निर्णय करने व अध्ययन-अध्यापन करने में समर्थ है जबकि अन्य प्राणियों को ईश्वर ने मनुष्यों के समान बुद्धि नहीं दी है। मनुष्यों को दो प्रकार का ज्ञान […]

Categories
आज का चिंतन भयानक राजनीतिक षडयंत्र

भारत का इतिहास लिखा है देश के गद्दारों ने

सुरेश्‍वर त्रिपाठी भैय्या आपको यह तो ज्ञात होगा कि NDA (National Defence Academy) में जो बेस्ट कैडेट होता है, उसको एक गोल्ड मैडल दिया जाता हैं | लेकिन क्या आपको यह ज्ञात हैं कि उस मैडल का नाम “लचित बोरफुकन” है? कौन हैं ये “लचित बोरफुकन”? लेख को पूरा पढ़ने पर आपकों भी ज्ञात हो […]

Categories
आज का चिंतन

दुनिया में हम जैसा दूसरा कोई नहीं

शालिनी तिवारी अद्वितीय यानी जिसके जैसा दूसरा न हो। इसे ही अंग्रेजी में यूनिक ( Unique ) भी कहा जाता है। खैर यह बिल्कुल सच भी है कि दुनियाँ का प्रत्येक प्राणी अद्वितीय है।यकीन मानिए आप जैसा न कोई इस दुनियाँ में हुआ है और आने वाले वक्त में न होगा ही। जरा गौर कीजिए, […]

Exit mobile version