योगेन्द्र नाथ शर्मा ‘अरुण’ आज हमारी सबसे बड़ी समस्या यह हो गई है कि हम अपने अंतर्मन की आवाज़ को अनसुना कर देते हैं। सच यह है कि हमारे जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव भी उतने ही स्वाभाविक हैं, जितना कि संसार में मौसम का बदलना, पेड़-पौधों का मुरझाना और दोबारा उन पर नयी कोपलें […]
श्रेणी: आज का चिंतन
ओ३म् ======== स्वामी वेदानन्द तीर्थ आर्यसमाज के एक शीर्ष व प्रमुख विद्वान थे। आपने अनेक महत्वपूर्ण ग्रन्थ लिखे हैं जिनमें एक लघु आकार का ग्रन्थ है ‘सत्यार्थप्रकाश का प्रभाव’। यह पुस्तक अनेक वर्षों से अनुपलब्ध था। हमने इस ग्रन्थ का नाम तो सुना था, परन्तु यह हमें अब उपलब्ध हुआ है। पुस्तक यथा नाम तथा […]
ओ३म् ======== वैदिक साहित्य के प्रकाशन केन्द्र ‘हितकारी प्रकाशन समिति, हिण्डौनसिटी’ की ओर से समय-समय पर महत्वपूर्ण नवीन एवं दुर्लभ वैदिक साहित्य का प्रकाशन होता रहता है। कुछ महीने पहले सन् 2021 में समिति की ओर से ऐसा ही एक महत्वपूर्ण ग्रन्थ प्रकाशित हुआ है जिसका नाम है ‘स्वामी वेदानन्द तीर्थ के आत्म संस्मरण’। इस […]
*”परिवार के मुखिया की मृत्यु होने पर, उस परिवार के लोग, अपने परिवार के ही किसी अधिकतम योग्य व्यक्ति को अपना नेता मार्गदर्शक निर्देशक घर का संचालक आदि के रूप में यदि स्वीकार करते हैं। और फिर वे उसके निर्देश आदेश में यदि चलते हैं, तब तो परिवार में संगठन सुरक्षा आनंद उत्साह आदि खुशियां […]
ज्ञान कर्म और उपासना, व्यक्ति इन तीनों से कभी भी खाली नहीं रहता। इन तीनों को शुद्ध बनाएं। तभी आपका इस जीवन का भविष्य तथा अगले जन्मों का भविष्य सुखदायक होगा।” “कर्मों का फल” बहुत जटिल विषय है। बड़े-बड़े विद्वान इस विषय को ठीक से समझ नहीं पाते। “ऋषियों ने वेदों का गहराई से अध्ययन […]
“ज्ञान कर्म और उपासना, व्यक्ति इन तीनों से कभी भी खाली नहीं रहता। इन तीनों को शुद्ध बनाएं। तभी आपका इस जीवन का भविष्य तथा अगले जन्मों का भविष्य सुखदायक होगा।” “कर्मों का फल” बहुत जटिल विषय है। बड़े-बड़े विद्वान इस विषय को ठीक से समझ नहीं पाते। “ऋषियों ने वेदों का गहराई से अध्ययन […]
कविता — 25 हे परमेश्वर ! हे सच्चिदानंद !! अनंत स्वरूप !!! निराकार !ध्यान में आ नहीं सकता तेरा रूप।। तुम अज, निरंजन और कहे जाते निर्विकार। हे जगतपिता ! विद्वत जन कहते सर्वाधार।। सकल जगत के उत्पत्तिकर्ता ! हे अनादे ! विश्वंभर! सर्वव्यापी ! ऐसा कहकर गायत्री तेरा करे यजन।। हे करुणावरूणालय ! सर्वशक्तिमान […]
〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️ साधकों को ध्यान के दौरान कुछ एक जैसे एवं कुछ अलग प्रकार के अनुभव होते हैं। अनेक साधकों के ध्यान में होने वाले अनुभव एकत्रित कर यहाँ वर्णन कर रहे हैं ताकि नए साधक अपनी साधना में अपनी साधना में यदि उन अनुभवों को अनुभव करते हों तो वे अपनी साधना की प्रगति, स्थिति […]
ओ३म् ========= वैदिक साहित्य में एक नई अंग्रेजी पुस्तक “Fountain of Vedic Wisdom” का प्रकाशन विगत वर्ष सन् 2021 में हुआ है। इस पुस्तक के लेखक हैं श्री कृष्ण चोपड़ा जी, इंग्लैण्ड। पुस्तक में चारों वेदों से चुने हुए 365 मन्त्र लेकर प्रत्येक मन्त्र का एक शीर्षक देकर उसकी अंग्रेजी में व्यवहारिक एवं उपयोगी व्याख्या […]
ओ३म् ======== वर्तमान समय में जन्म दिवस एवं विवाह की वर्षगांठ धूमधाम से मनाने का प्रचलन काफी अधिक हुआ है। ग्रामीण अंचलों में शायद यह कम होगा, परन्तु नगरों में यह प्रायः सभी परिवारों में मनाया व आयोजित किया जाता है। फेसबुक आदि पर भी बहुत से लोग इस अवसर पर अपने मित्रों व परिचितों […]