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विविधा

माथे पर वह विस्मयादिबोधक चिन्ह

डॉ. सुधा कुमारी दक्षिण एशिया के कुछ देशों, विशेषकर भारत में लोगों के माथे पर या भौंहों के बीच विभिन्न रंगों और आकृतियों में चंदन,कस्तूरी, रोली, सिंदूर या कुमकुम का तिलक दिखाई देता है जो कभी बिंदी बन माथे पर बैठा होता है कभी खड़ी रेखा बन खिंचा होता है। सिंदूर और कुमकुम के तिलक […]

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देश विदेश

क्या है बिलावल के परिवार का राजस्थान कनेक्शन, नाना ने घास खाकर भी भारत से जंग लड़ने का किया था ऐलान, इंदिरा गांधी को आदर्श मानती थी मां

अभिनय आकाश ये 18वीं सदी के शुरुआत की बात है। उस समय मुगल बादशाह औरंगजेब का शासन अपने आखिरी दौर में था। औरंगजेब ने गैर मुस्लिमों पर जजिया टैक्स लगाया था। इससे बचने के लिए बहुत सारे लोगों ने इस्लाम कबूल किया। ऐसे ही लोगों में शहतो खान भी शामिल थे। उनका परिवार राजस्थान से […]

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विश्वगुरू के रूप में भारत

भारत के 50 ऋषि वैज्ञानिक अध्याय – 27 उत्तर मीमांसा के रचनाकार बादरायण व्यास

उत्तर मीमांसा के रचनाकार बादरायण व्यास उत्तर मीमांसा या वेदांत दर्शन का प्रवर्तक महर्षि व्यास को माना जाता है। धर्म जिज्ञासा के उपरांत मनुष्य की दूसरी जिज्ञासा ब्रह्म जिज्ञासा की होती है। ब्रह्यसूत्र का प्रथम सूत्र इसी जिज्ञासा की ओर संकेत करता है- अथातो ब्रह्यजिज्ञासा।। ब्रह्य के जानने की लालसा। ब्रह्म जिज्ञासा का अभिप्राय है […]

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देश विदेश भाषा

भाषा और भूगोल का मानव जीवन में महत्व

राहुल पाण्डेय भाषा और लिपि की बात करें तो भारत में सबसे पुरानी सिंधु लिपि ही मानी जाएगी जो अभी तक पढ़ी नहीं जा सकी है। इसके बारे में भाषाविद इतना ही जान पाए हैं कि इसकी पहली लाइन दाएं से बाएं चलती है और दूसरी बाएं से दाएं। इसमें लगभग चार सौ संकेत हैं, […]

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इसलाम और शाकाहार

अल्लाह का जन्म भारत में हुआ था

अल्लाह का जन्म भारत में हुआ था अल्लाह शब्द का जन्म वेद से हुआ है हमें पूरा विश्वास है कि लेख का यह शीर्षक पढ़ते ही प्रबुद्ध पाठकों के मन में कई शंकाएं उत्पन्न हो जाएंगी , कोई इस बात को असंभव और झूठ मानेगा , कोई इस बात को केवल मजाक समझ कर हंसी […]

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महत्वपूर्ण लेख

हेट-स्पीच पहले परिभाषित तो करें!

(भारत में दशकों से आम दृश्य है कि विशेष समूहों, दलों की ओर से जाति, वर्ग, धर्म, आदि संबंधित कितने भी उत्तेजक भाषण क्यों न हों, उस पर तीनों शासन अंग चुप रहते हैं। जैसे, ब्राह्मणों के विरुद्ध अपशब्द कहना आज एक फैशन है जिस में हमारे सभी राजनीतिक दल शामिल हैं। हमारे देवी-देवताओं को […]

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आज का चिंतन

पूर्णमासी के अवसर पर पाक्षिक यज्ञ संपन्न: ईश्वर, जीव, प्रकृति की तरह आकाश, काल और दिशा भी अनादि हैं : देवेंद्र सिंह आर्य

ग्रेनो। आज पूर्णिमा और चंद्र ग्रहण के पावन अवसर पर पाक्षिक यज्ञ महर्षि दयानंद वाटिका में संपन्न किया गया। इस अवसर पर सत्य सनातन संस्कृति रक्षा समिति के संरक्षक श्री देवेंद्र सिंह आर्य ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जिस प्रकार ईश्वर जीव और प्रकृति तीनों अनादि हैं उसी प्रकार दिशा, काल और […]

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इतिहास के पन्नों से

मालवा अंचल का शिक्षा और कला का ऐतिहासिक गौरव : सरस्वती प्रकट स्थल “भोजशाला”

मालव अर्थात लक्ष्मी का निवास ‘मालवा’ अपनी अनेकानेक भौगोलिक , सांस्कृतिक और ऐतिहासिक खूबियों के कारण विश्व प्रसिद्ध है। इन प्रसिद्धियों में चार चांद लगाती है धार स्थित भोजशाला। जिसे सरस्वती मंदिर, भोज का कमरा, मध्य प्रदेश की अयोध्या और ज्ञान की देवी सरस्वती का प्रकट स्थल आदि नामों से भी पुकारा जाता है। भोज […]

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इसलाम और शाकाहार

खसम खानी मुस्लिम औरत !

क्षमा करिये यह शीर्षक महिलाओं का अपमान करने या उनको गाली देने के लिए नहीं रखा गया है , बल्कि पाकिस्तानी महिला की राक्षसी करतूत को उजागर करने के लिए चुना गया है , हिंदी में पति की हत्या करने वाली औरत को गाली के रूप में ” खसम खानी ” कहा जाता है , […]

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मुद्दा

बीजेपी कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीतना क्यों समझती अपने लिए खास ?

प्रणब ढल सामंता ऊपरी तौर पर कर्नाटक चुनाव बीजेपी के लिए ऐसे राज्य में सत्ता में वापसी की चुनौती जैसा लगता है, जिसने निकट भविष्य में किसी सत्तारूढ़ दल को दोबारा सत्ता नहीं सौंपी है। वहीं, कांग्रेस के लिए यह हिमाचल प्रदेश में मिली जीत के बाद ऐसा एक और मौका है, जब वह लगातार […]

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