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इतिहास के पन्नों से हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

भारत के अंतिम हिंदू सम्राट महाराजा रणजीत सिंह

2 नवम्बर/जन्म-दिवस   अठारहवीं शती के पंजाब में सिखों की शुकरचकिया मिसल (छोटी रियासत) के उत्तराधिकारी के रूप में दो नवम्बर 1780 को गुजराँवाला मे जन्मे रणजीत सिंह ने अपने शौर्य, पराक्रम, सूझबूझ और कूटनीति से सिख राज्य की सीमाएँ अटक, पेशावर, काबुल और जमरूद तक पहुँचा दी थीं। रणजीत सिंह के पिता का नाम […]

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महत्वपूर्ण लेख

भारत में लोकतंत्र के लिए गंभीर खतरे का संकेत दे रहे हैं : लगातार महंगे होते जा रहे चुनाव

ललित गर्ग -ललित गर्ग- चुनाव जनतंत्र की जीवनी शक्ति है। यह राष्ट्रीय चरित्र का प्रतिबिम्ब होता है। जनतंत्र के स्वस्थ मूल्यों को बनाए रखने के लिए चुनाव की स्वस्थता, पारदर्शिता और उसकी शुद्धि अनिवार्य है। चुनाव की प्रक्रिया गलत होने पर लोकतंत्र की जड़े खोखली होती चली जाती हैं। चुनाव प्रक्रिया महंगी एवं धन के […]

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आर्थिकी/व्यापार

नई ऊँचाईयों को छूता कृषि उत्पादों का निर्यात

भारत से कृषि उत्पादों के निर्यात को लेकर लगातार चिंताएं जताईं जाती रही हैं। परंतु, हाल ही के समय में केंद्र सरकार द्वारा लिए गए कई निर्णयों के चलते कृषि उत्पादों का निर्यात बहुत तेज़ी से वृद्धि दर्ज करता देखा जा रहा है। अप्रेल-सितम्बर 2019 के बीच 6 माह के दौरान भारत से कृषि उत्पादों […]

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उगता भारत न्यूज़

वैदिक संस्कृति के ध्वजवाहक के रूप में अपनी पहचान बनाई गुरुकुल मुर्शदपुर ने : कोरोना निवारक गायत्री महायज्ञ का आयोजन कर रचा इतिहास

  ग्रेटर नोएडा। ( अजय आर्य ) आर्य संस्कृति अपने आप में अनुपम और अद्वितीय है ,संसार के कल्याण के लिए विशाल यज्ञ का आयोजन करना इस संस्कृति की प्राचीन परंपरा है। सचमुच महर्षि दयानंद का मानव जाति पर यह महान उपकार है कि जब संसार वेद की परंपरा से अपना मुंह मोड़ चुका था […]

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धर्म-अध्यात्म शिक्षा/रोजगार

प्रकाशन जगत एवं वेद प्रेमियों के लिए शुभ समाचार : चारों वेदों की मंत्र संहिताओं को भव्य एवं नयनाभिराम प्रकाशन

ओ३म् ============= चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद ईश्वर प्रदत्त ज्ञान है। यह ज्ञान सृष्टि के आरम्भ में परमात्मा ने अपने अन्तर्यामीस्वरूप से आदि चार ऋषियों अग्नि, वायु, आदित्य तथा अंगिरा को दिया था। सृष्टि के आदि काल में सब ऋषियों व विद्वानों को इसका पूरा ज्ञान था। परम्परा तथा शपपथ ब्राह्मण ग्रन्थ के […]

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भारतीय संस्कृति महत्वपूर्ण लेख स्वर्णिम इतिहास हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

वनवास में रहे प्रभु श्री राम वनवासीयों के ज़्यादा क़रीबी थे

यह एक एतिहासिक तथ्य है कि प्रभु श्री राम ने लंका पर चढ़ाई करने के उद्देश्य से अपनी सेना वनवासियों एवं वानरों की सहायता से ही बनाई थी। केवट, छबरी, आदि के उद्धार सम्बंधी कहानियाँ तो हम सब जानते हैं। परंतु, जब वे 14 वर्षों के वनवास पर थे तो इतने लम्बे अर्से तक वनवास […]

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आर्थिकी/व्यापार

ग़रीबी रेखा को पुनर्निर्धारित करने का समय अब आ गया है

भारत में ग़रीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे लोगों की संख्या में भारी कमी देखने में तो आई है परंतु क्या उन्हें स्वास्थ्य, शिक्षा एवं मकान की सुविधायें ठीक तरीक़े से उपलब्ध हो पा रही हैं एवं क्या सरकार द्वारा इन मदों पर उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं को ग़रीबी आंकने का पैमाने […]

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उगता भारत न्यूज़

विश्व में केवल वेद ही विश्व बंधुत्व को बढ़ाते हैं : महेंद्र आर्य

  दादरी देवेंद्र सिंह आर्य ग्राम छाँयसा में चले सामवेद पारायण यज्ञ में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए आर्य प्रतिनिधि सभा गौतमबुद्ध नगर के प्रधान और आर्य समाज के नेता महेंद्र सिंह आर्य ने कहा कि विश्व में केवल वेद ही विश्व बंधुत्व की भावना को बढ़ाते हैं ,अन्य कोई धर्म ग्रंथ नहीं […]

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उगता भारत न्यूज़

वेद ज्ञान सृष्टि प्रारंभ में दिया गया संविधान है : महेश क्रांतिकारी

  दादरी।( देवेंद्र सिंह आर्य देहात संवाददाता ) यहां स्थित गांव छाँयसा में आर्य समाज के प्रति समर्पित रविंद्र आर्य के परिवार में चले सामवेद पारायण यज्ञ में ब्रह्मा रहे आर्य जगत के सुप्रसिद्ध विद्वान महेश क्रांतिकारी ने उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि ईश्वर ने पूरी सृष्टि रचने के बाद यानी पशु-पक्षी, […]

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इतिहास के पन्नों से स्वर्णिम इतिहास

दूर दूर तक फैली थी आर्य संस्कृति

  भारत में पश्चिम की ओर सबसे प्रथम अफरीदी काबुली और बलूची देश आते हैं । इन देशों में इस्लाम के प्रचार के पूर्व आर्य ही निवास करते थे । यहीं पर गांधार था। गांधार को इस समय कंधार कहते हैं। जिसका अपभ्रंश कंदार और खंदार भी है। इसी के पास राजा गजसिंह का बसाया […]

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