गतांक से आगे…..इसको स्वर्ग ऊपर भेजने वाले विश्वामित्र ही थे। इसलिए इस त्रिशंकु के नीचे ही, दक्षिण में विश्वामित्र नामी नक्षत्र होना चाहिए। क्योंकि उत्तर स्थित वशिष्ठ और दक्षिण स्थित विश्वामित्र के दिशाविरोध से ही वशिष्ठ और विश्वामित्र का विरोधालंकार प्रसिद्घ हुआ है। इन कौशिक अर्थात विश्वामित्र का वर्णन वाल्मीकि रामायण बालकाण्ड सर्ग 80 में […]
महीना: जून 2014
श्रद्धा के पात्र नहीं जो संरक्षण न दे सकें – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com सामाजिक विषमताओं और समस्याओं का एक सबसे बड़ा कारण हम भी हैं जो कि ऎसे-ऎसे लोगों को सर चढ़ाए रखते हैं जो किसी काम के नहीं हैं। ऎसे खूब सारे लोग हमारे आस-पास भी हैं और दूर-दूर तक भी […]
देश में मुस्लिमों की तेरह-चौदह प्रतिशत आबादी के मद्देनजर अभी हाल में संपन्न हुए चुनावों में लोकसभा में पहुंचे कुल 24 मुस्लिम सांसदों की संख्या पर कई लोगों ने सवालिया निशान उठाया है। इनका मानना है कि तेरह-चौदह प्रतिशत की आबादी वाले समुदाय के लिए इतनी सीटों का होना चिंता का विषय है, जबकि आबादी […]
प्रवीण गुगनानीनरेन्द्र मोदी के प्रधानमन्त्री पद के शपथ कार्यक्रम के लिए जब पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री नवाज शरीफ को न्यौता दिया तब इस पहल के बहुत से अर्थ अनर्थ निकालें जानें लगे. मीडिया, राजनीतिज्ञ, रक्षा विशेषज्ञ, आम नागरिक सभी का ध्यान इस ओर आकृष्ट भी हुआ किन्तु आश्चर्य किसी को भी नहीं हुआ क्योंकि जिस आक्रामक […]
मुजफ्फर हुसैन गतांक से आगे……. वास्तव में अधिकांश जनता इस आंदोलन को गंभीरता से लेती ही नही है। कुछ इसे सांप्रदायिक लोगों का आंदोलन मान बैठे हैं और कुछ मुट्ठी भर लोगों की सनक। लेकिन इसके परिणाम धीरे धीरे आने लगे हैं। यदि अब भी हमारे पशुधन पर लोगों ने अपनी चिंता नही जताई तो […]
नौटंकी हो गया है गंगोद्यापन – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com गंगा के नाम पर हम साल भर में कितना कुछ नहीं करते हैं। कभी कसमें खाते हैं, कभी खूब सारे पाप और अपराध कर डालते हैं, फिर गंगाजल पीकर अपने आपको शुद्ध होने का भ्रम पाल लिया करते हैं। जीवन में एकाध बार गंगा के मुहाने […]
प्रसिद्घ दार्शनिक सुकरात को शीशा देखने का बड़ा चाव था। नित्य की भांति वह उस दिन भी शीशा देख रहे थे, तो उन्हें शीशा देखते हुए उनके एक शिष्य ने देख लिया। शिष्य अपने कुरूप गुरू को शीशा देखते हुए देखकर मुस्कराने लगा। उसकी मुस्कुराहट ने दार्शनिक सुकरात को समझा दिया कि वह क्यों हंस […]
भटकाव छोड़ें परमसत्ता का आश्रय पाएँ – डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 dr.deepakaacharya@gmail.com हर इंसान अपने पुरुषार्थ चतुष्टय की प्राप्ति के लिए निरन्तर प्रयत्नशील रहता है। इनमें कई अपनी प्रतिभाओं, ज्ञान और सामथ्र्य पर भरोसा करते हैं। कई सारे ऎसे हैं जो भाग्यवादी होकर जीते हैं लेकिन खूब सारे ऎसे हैं जो दूसरों की ऊर्जा और […]