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स्वास्थ्य

कोरोना महामारी : आओ दर्द बांटें, दुख के बादल छांटे ….

आओ दर्द बांटे… दुख के बादल छांटे.. मदद कीजिए या न कीजिये, पर किसी के आत्मसम्मान को ठेस न पहुंचाइए। फोटो ना खींचिए और ना फोटो खिंचवाईये यकीन रखिए कि ईश्वर आप पर अधिक नजर रखता है ‌आप जानते है इस समय सबसे ज्यादा परेशान मध्यम वर्ग (मिडिल क्लास) के लोग है, जो न अनाज […]

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महत्वपूर्ण लेख स्वास्थ्य

केवल रोग के लक्षणों का उपचार हो सकता है कितना भयानक ?

  मानव शरीर में किसी रोग के प्रवेश कर जाने और उसके बढ़ने पर उसका पता रोग के कुछ लक्षणों से ही पता चलता है। उनमें मुख्य हैं पीड़ा होना और ज्वर होना। पीड़ा चाहे फिर गले में हो, पेट में हो, या शरीर के अन्य अंगों में जैसे कि जोड़ों आदि में, इसका कारण […]

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स्वास्थ्य

कोविड-19 में मौतों का कारण : अत्यधिक उग्र उपचार ?

  कोरोना की इस लड़ाई में हम न जाने कितने ही अपनों को खोते जा रहे हैं। जैसे-जैसे इसका प्रभाव बढ़ रहा है वैसे-वैसे ही हम देख रहे हैं कि डॉक्टरों की कोरोना के उपचार में उग्रता भी बढ़ती जा रही है। आरंभ से ही यह विश्व की सभी औषधि एवं उपचार से जुड़ी संस्थाओं […]

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विविधा

दैवी आपदा वाली सोच छोड़कर, वैज्ञानिक सोच को मजबूती से पकड़े रहने की आवश्यकता

अनिल सिन्हा महामारियों से लड़ने में हमारी विफलता को समझने के लिए हमें औपनिवेशिक भारत के इतिहास पर नजर दौड़ाना चाहिए। प्लेग, हैजा, चेचक, मलेरिया या स्पेनिश फ्लू के नियंत्रण में अंग्रेज सरकार की नाकामी ने एक बड़ी आबादी की जान ले ली थी। उसकी नाकामी का सबसे बड़ा कारण था महामारियों के नियंत्रण के […]

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महत्वपूर्ण लेख

पश्चिमी बंगाल में 3 से 77 तक पहुंचना भी भाजपा की है एक बड़ी उपलब्धि

  डॉ. कृष्णगोपाल मिश्र अब भारतीय जनमानस को तय करना होगा कि उसे पहली धारा को सशक्त कर सनातन भारतीय परंपराओं को चिरजीवी बनाना है या फिर दूसरी धारा का अंधा समर्थन कर तीसरी धारा को अपने मंसूबे पूरे करने का अवसर देना है। पृथ्वीराज चौहान और जयचंद के वंशज परस्पर संघर्ष कर रहे हैं। […]

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आज का चिंतन

जीवनभक्षी दो गीध

  लेखक- श्री प्रोफेसर विश्वनाथजी विद्यालंकार प्रस्तोता- प्रियांशु सेठ अथर्ववेद ७/९५/१-३, तथा ७/९६/१ में दो गीधों का वर्णन मिलता है। गीध-पक्षियों का काम है मांस भक्षण, मुर्दे के मांस को खाना। अथर्ववेद के इन दो सूक्तों में दो आध्यात्मिक गीधों का वर्णन है। गीधों को इन मन्त्रों में “गृध्रौ” कहा है। ये गृध्र गर्धा के […]

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समाज

सिर्फ कानून के भरोसे बाल विवाह जैसी कुप्रथा को नहीं रोका जा सकता

रमेश सर्राफ धमोरा यूनिसेफ द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारत के कई क्षेत्रों में अब भी बाल विवाह हो रहा है। इसमें कहा गया है कि पिछले कुछ दशकों के दौरान भारत में बाल विवाह की दर में कमी आई है। लेकिन कई प्रदेशों में यह प्रथा अब भी जारी है। […]

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विविधा

आजम खान की दबंगई कानून के शासन में नतमस्तक

अजय कुमार पिछले सवा साल से जेल में बंद सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला दोनों एक मई को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। पहले उनका जेल में इलाज चलता रहा, लेकिन ऑक्सीजन लेवल कम होने के बाद उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ गया। समाजवादी पार्टी के नेता और […]

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मुद्दा

कोरोना महामारी से बच्चों को कैसे बचाई की सरकार ?

नरपत दान बारहठ कोरोना की दूसरी लहर बड़ी संख्या में युवाओं को अपनी चपेट में ले रही है, लेकिन इसी बीच वैज्ञानिकों ने तीसरी लहर में 6 से 12 साल के बच्चों पर मंडराते खतरे की ओर दुनिया का ध्यान खींचा है। इसी के चलते मंगलवार को कोरोना वैक्सीन बनाने वाली भारत बायोटेक को 2 […]

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देश विदेश

इजराइल : एक प्रश्न

इज़रायल-प्रश्न … 1940 के दशक के बीच में अचानक हंगारी, पोलैंड, जर्मनी, ऑस्ट्र‍िया के यहूदियों ने पाया था कि वे एक क़तार में खड़े हैं और क़तार ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रही है। यहूदियों के घरों में गेस्टापो के जवान घुस जाते और कहते, “बाहर निकलकर क़तार में खड़े हो जाओ!” सड़क […]

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