जब सुभाष के मार्गदर्शक बने वीर सावरकर जब क्रांतिवीर सावरकर ने 26 फरवरी 1966 को अपना नाशवान शरीर त्यागा तो उस समय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी भावना व्यक्त करते हुए कहा था-‘‘सावरकर जी की मृत्यु से विद्यमान भारत के एक महान व्यक्ति को हमने खो दिया।’’ बात स्पष्ट है कि इंदिराजी की दृष्टि में […]
लेखक: डॉ॰ राकेश कुमार आर्य
मुख्य संपादक, उगता भारत
यक्ष युधिष्ठिर संवाद में यक्ष ने युधिष्ठिर से पूछा कि किमाश्चर्यम ?- अर्थात आश्चर्य क्या है ? यक्ष के इस प्रश्न का उत्तर देते हुए तब धर्मराज युधिष्ठिर ने बड़े संतुलित , सटीक और तार्किक ढंग से कहा कि — ” महाराज ! हम प्रतिदिन अपनी इन नग्न आंखों से देखते हैं कि हजारों लोग […]
भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के अवसर पर आज हम महात्मा गांधी द्वारा 1942 में चलाए गए भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ मना रहे हैं । वैसे हमारा मानना है कि यदि 1857 की क्रांति के इतिहास का और उस समय घटे घटनाचक्र का सूक्ष्मता से अवलोकन किया जाए तो पता चलता है कि भारतवासियों […]
7 अगस्त को उनकी पुण्यतिथि पर विशेष भारत की पावन धरती पर कितनी ही महान विभूतियों ने जन्म लिया है, कितने ही विदेशी महापुरूषों ने इस पावन धरती को अपनी कर्म स्थली बनाया है। प्राचीन काल से ही भारत की पावन धरा ने मातृवत मानवता को अपने पुनीत पयोधर से पावन पयपान कराकर उसे सत्कृत्यों […]
5 अगस्त को जब धारा 370 और 35a को हटाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में प्रस्ताव प्रस्तुत किया तो कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने इस प्रस्ताव का यह कहकर विरोध किया भाजपा ऐसा करके लोकतंत्र और संविधान की हत्या कर रही है । जबकि उन्हें यह ज्ञात होना […]
5 अगस्त को 5 मूर्खताओं के 5 स्मारक 5 घण्टे में हुए ध्वस्त , लगी 5 को चपत जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35a को हटाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार का जितना अभिनंदन किया जाए उतना कम है । इस एक निर्णय से पिछले 100 वर्षों के पापों का प्रक्षालन करने में […]
नई दिल्ली । ( विशेष संवाददाता ) अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर पोद्दार का कहना है कि सरदार पटेल और वीर सावरकर जैसे दूरदृष्टि वाले और स्पष्टवादी राजनेता की आज भी आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि कई बिंदुओं पर सरदार पटेल और सावरकर जी का चिंतन एक जैसा है । […]
इतिहास में कोई भी घटना अपने समकालीन इतिहास को अवश्य प्रभावित करती है । यदि उस घटना के समकालीन घटना चक्र पर दृष्टिपात किया जाए तो पता चलता है कि एक घटना दूसरी को और दूसरी घटना तीसरी को प्रभावित करके चली जाती है । इससे एक घटना का प्रभाव बहुत आगे तक भी पड़ना […]
भारत के संबंध में मैथिलीशरण गुप्त की ये पंक्तियां बड़ी सार्थक हैं :— ” गौतम वशिष्ट समान मुनिवर ज्ञान दायक थे यहां , मनु याज्ञवल्क्य समान उत्तम विधि विधायक थे यहां । वाल्मीकि वेद व्यास से गुणगान गायक थे यहां , पृथु , पुरु ,भरत , रघु से अलौकिक लोकनायक थे यहां।। ” हमारे महान […]
गाजियाबाद । ( एलएस तिवारी ) जब से किसी गहरी साजिश को समय से पहले ही मसलने के लिए भारतीय सैन्य बल कश्मीर में पहुंचे हैं , तब से ही पाकिस्तान और उसके समर्थक भारतीय तत्व बौखलाए हुए हैं । अभी तक जो कुछ हो रहा है उससे यह तो स्पष्ट है कि वहां पर […]