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Continue to Chatमूर्ख और दुष्ट लोग आलसी प्रमादी बनकर स्वयं में विद्यमान गुणों को भी धीरे-धीरे खो देते हैं : स्वामी विवेकानंद परिव्राजक https://www.ugtabharat.com/39543/
मूर्ख और दुष्ट लोग आलसी प्रमादी बनकर स्वयं में विद्यमान गुणों को भी धीरे-धीरे खो देते हैं : स्वामी विवेकानंद परिव्राजक https://www.ugtabharat.com/39543/