उगता भारत के सुझाव का असर …. दिल्ली को जोड़ा जाएगा लखनऊ से

 पिछले दिनों उगता भारत के चेयरमैन श्री देवेन्द्र सिंह आर्य के द्वार  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के नाम खुला पत्र प्रकाशित किया गया था और उन्हें सुझाव दिया गया था कि गाजियाबाद दिल्ली को लखनऊ से किस प्रकार और किन-किन शहरों व कस्बों के माध्यम से जोड़ा जा सकता है। अब मा. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ही पहल पर दिल्ली को लखनऊ से जोडऩे की कार्य योजना बनायी जा रही है। ये शहर लगभग वहीं हैं जो उगता भारत ने अपने 41वें अंक में प्रकाशित उक्त पत्र में दर्शित किये हैं। हम मुख्यमंत्री की इस पहल का स्वागत करते हैं। इससे स्पष्टï होता है कि उनके लिए राजनीति में जनहित से जुड़े मुद्दे कितने महत्वपूर्ण हैं।

यदि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को त्वरित ढंग से लखनऊ से जोड दिया जाता है तो इससे प्रदेश के अतार्किक विभाजन पर रोक लगेगी और जो लोग प्रांत का विभाजन कराके स्वयं को मुख्यमंत्री बनता देखने के सपने संजो रहे हें उनके अरमानों पर भी पानी फिर जाएगा। महत्वपूर्ण बात प्रदेश के हर आंचल के निवासियों को प्रशासनिक और राजनीतिक सुविधाएं प्रदान करना होता है। यदि ये चीजें, मिल रही हैं, तो जनता सुखी रहती है और प्रसन्नता का अनुभव करती है। प्रदेश की इसी नब्ज को पकडक़र अखिलेश यादव चलने का प्रयास कर रहे हैं तो इसे ठीक कहा जाएगा। फिलहाल प्रदेश के हर आंचल के सर्वांगीण विकास की कार्ययोजना को मूर्त रूप देना ही उनके लिए बड़ी चुनौती है।

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